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Google Gemini App: गूगल ने लॉन्च किया गूगल जेमिनी ऐप, ये लोग ही कर सकेंगे इस्तेमाल

भारत में एंड्रॉइड यूजर्स के लिए गूगल जेमिनी का रोलआउट शुरू हो गया है, हालांकि आईओएस यूजर्स को इस ऐप के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है

बिज़नेस, Google Gemini App:  कुछ दिन पहले बार्ड का नाम बदलकर जेमिनी करने के बाद आखिरकार गूगल ने गूगल जेमिनी ऐप जारी करना शुरू कर दिया है। भारत में एंड्रॉइड यूजर्स के लिए गूगल जेमिनी का रोलआउट शुरू हो गया है, हालांकि आईओएस यूजर्स को इस ऐप के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि गूगल ने अभी तक यह नहीं बताया है कि वह आईफोन यूजर्स के लिए Google जेमिनी ऐप कब जारी करेगा। चल जतो।

150 देशों में लॉन्च हुआ Google Gemini

गूगल के सपोर्ट पेज पर दी गई जानकारी के मुताबिक Google Gemini एप को भारत समेत 150 देशों में लॉन्च किया गया है। जेमिनी एप फिलहाल अंग्रेजी, कोरियन और जापानी भाषा में उपलब्ध है। Google Gemini को आईफोन यूजर्स एप के जरिए तो इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, लेकिन गूगल एप में इसका एक्सेस दिया गया है, जहां से आईफोन यूजर्स भी इसे यूज कर सकते हैं।

Google Gemini को 8 फरवरी को ही लॉन्च किया गया था लेकिन यह सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित था। जेमिनी एप के लिए कम-से-कम 4 जीबी रैम वाले फोन की जरूरत होगी और फोन में एंड्रॉयड 12 या इससे ऊपर के वर्जन का होना जरूरी है।

जेमिनी को बना सकते हैं डिफॉल्ट असिस्टेंट

  • सबसे पहले गूगल प्ले-स्टोर पर जाएं और Google Gemini टाइप करके सर्च करें।
  • अब Gemini एप को इंस्टॉल करें।
  • अब Gemini एप को ओपन करें और Get started पर क्लिक करें।
  • इसके बाद पॉलिसी को स्वीकार करें।
  • अब आप इसे इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने सवाल पूछ सकते हैं।
  • Gemini को डिफॉल्ट असिस्टेंट बनाने के लिए राइट साइड में टॉप पर दिख रही प्रोफाइल पिक्चर पर क्लिक करें।
  • अब Settings में जाएं।
  • अब Digital assistants from Google के ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • इसके बाद Gemini आपके फोन के लिए डिफॉल्ट डिजिटल असिस्टेंट हो जाएगा।
  • बाद में आप चाहें तो इसे इसी तरह डिफॉल्ट से हटा भी सकते हैं।

क्या है Google Gemini?

गूगल जेमिनी भी ओपनएआई के चैटजीपीटी की तरह एक एआई चैटटूल है। गूगल ने Gemini को लेकर कहा है कि यह एक नए युग की शुरुआत है। इसका सीधा मुकाबला ओपनएआई के सबसे लेटेस्ट एआई टूल GPT-4 के साथ है। गूगल का Gemini मल्टीमॉडल एआई और बेसिक एआई का कॉम्बो वर्जन है। Gemini को लेकर दावा किया जा रहा है कि प्रोग्रामिंग में इसे महारत हासिल है। यह अपने प्रतिद्वंदी मॉडल के मुकाबले दोगुना फास्ट है और इसकी परफॉरमेंस मार्केट में मौजूद एआई मॉडल के मुकाबले 85% बेहतर है।

Gemini के तीन मॉडल

गूगल ने अपने नए आई मॉडल Gemini के तीन वर्जन Ultra, Pro, Nano पेश किए हैं जो कि तीन अलग-अलग इस्तेमाल के लिए हैं। Gemini एक सिंगल लैंग्वेज मॉडल नहीं है लेकिन Gemini Nano, Gemini Pro और Gemini Ultra की अपनी एक जरूरत है।

इनमें से Gemini Ultra सबसे बड़ा और सबसे पावरफुल टूल हैजिसे खासतौर पर हेवी टास्क के लिए डिजाइन किया गया है। इसका इस्तेमाल डाटा सेंटर जैसी जगहों पर होगा, वहीं Gemini Pro अल्ट्रा के बराबर तो नहीं है लेकिन छोटे डाटा सेंटर्स पर इसका इस्तेमाल हो सकता है।

इनमें से सबसे छोटा मॉडल Gemini Nano जिसे एंड्रॉयड डिवाइस को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसे ऑफलाइन भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। मोबाइल डिवाइस में इसका इस्तेमाल करते हुए कई काम किए जा सकेंगे। जेमिनी नैनो का सपोर्ट सबसे पहले गूगल पिक्सल 8 प्रो के लिए जारी किया जाएगा। यह टूल व्हाट्सएप के मैसेज का रिप्लाई भी खुद ही कर देगा।

India Edge News Desk

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